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तुम रसगुल्ले लोगे या गुलाब जामुन ?


 


 विनीता को तुम कैसे जानते हो ?

शर्मा जी ने हतप्रभ होकर पूछा ।
जी , जी मैं तो अभी ही मिला हूँ पहली बार ।शर्मा जी हैरान थे , पहली बार ?
मैं खुद हैरान था ,शर्मा जी ये क्यों पूछ रहे हैं , मैं बोला जी हाँ पहली बार अभी ही मिला हूँ ।
पर वो तो तुमसे ऐसे बात कर रही थी, जैसे न जाने कब से तुम्हें जानती हो ।
पर आपने कब देखा हमें । अरे अभी तुम दोनों सामने हाल के कोने में खड़े बातें कर रहे थे , मेरे पास ही तो उसकी कम्पनी का अकाउंट है , वो तो अक्सर यँहा आती है ऑफिस के काम से ,तभी मैं उसे जानता हूँ ।
पर जिस तरह वो तुमसे बात कर रही थी , मुझे हैरानी हुई , तुम उसे कैसे जानते हो , तुम तो दिल्ली में बाहर से आते हो न।
हे भगवान । ये शर्मा जी ।
शर्मा जी , दूरदर्शन के इस टॉलस्टाय मार्ग स्थित इस सेल्स ऑफिस में एक्सिक्यूटिव हैं , और यँहा दूरदर्शन पर जूते घिसते घिसते मेरे मित्र ही बन गए हैं । मैंने कहा शर्मा जी चलो बंगाली मार्केट में आज आपको रोसगुल्ले खिलवाते हैं ।
लंच का टाइम हो ही रहा था , हम लोग पैदल ही मंडी हॉउस से होते हुए बंगाली मार्केट की ओर चल पड़े ।
मेरे मन में अभी भी शर्मा जी का प्रश्न गूँज रहा था ,तुम विनीता को कैसे जानते हो ?
अभी मुश्किल से घण्टा भर पहले जब मैं शर्मा जी के ऑफिस में ग्राउंड फ्लोर पर प्रविष्ट ही हुआ तो सामने रिसेप्शन पर देखा तो बस देखता ही रह गया , ओह कोई इतना खूबसूरत भी हो सकता है ,माय गॉड । और इससे पहले कि वो वँहा रखे रजिस्टर पर एंट्री कर के हटती , मैंने एक्सक्यूज़ मी कहकर उससे पेन मांग लिया ,और तुरन्त रजिस्टर में एंट्री कर उसके साथ साथ सीढ़ीयों से ऊपर फर्स्ट फ़्लोर पर सेल्स ऑफिस की ओर चल पड़ा। ऊपर हाल में हम दोनों कोने में खड़े हो ,
बात कर रहे थे, तभी ही शर्मा की नजर हम पर पड़ी होगी । पता नही कैसे बस इतनी सी मुलाकात में हम दोनों को अहसास ही नहीं हुआ कि हम अजनबी हों , बस अभी सिर्फ परिचय ही तो हुआ था ,मैंने उसे बताया कि मैं आगरा से हूँ और दूरदर्शन पर डॉक्यूमेंट्री के सिलसिले में आता हूँ और उसने बताया कि वो एक मीडिया कंपनी से थी, काफी देर हम लोग बात करते रहे वो तो जब शर्मा जी पर मेरी नजर गयी तो मुझे याद आया कि अरे मैं तो शर्मा जी को अपने विवाह का निमंत्रण पत्र देने आया हूँ जो मेरे हाथ में था , तब तक विनीता ने अपना विजिटिंग कार्ड मुझे दिया ।
विनीता सिंह
बिज़नेस डवलपमेंट मेनेजर ,
मीडिया चैनल , नई दिल्ली ।
मेरे एक हाथ में मेरी शादी का कार्ड था और दूसरे में विनीता का विजिटिंग कार्ड , और मैं उसे जाते हुए देख रहा था ।
तुम रसगुल्ले लोगे या गुलाब जामुन ? शर्मा जी ने पूछा ।
अरे हम बंगाली मार्केट की प्रसिद्ध शॉप नाथुस् में थे ।

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