तू मुझे कितना हैरां कर देती है -- अभी ही तो तू आई थी , एक खुशनुमा हवा के झोंके की तरह - और भर दिया था तूने मुझे - मेरी सांसो को कर दिया था ओतप्रोत - प्राणों से - बाहर से भीतर - भीतर से बाहर, ऊर्जावान हो उठा था मै --- फिर यकायक ये क्या हुआ -- रोज की तरह आज सुबह - जब मैंने तुझे कहा -- हेलो जिन्दगी -- तो मेरे शब्दों में प्राण ही नहीं थे , खुद को ही बुरा लगा था - कि ऐसे निष्प्राण - निस्पंद शब्दों से कैसे जिन्दगी को हेलो कहा जा सकता है . ...
जीवन एक अवसर है - जीवन में प्रेम है - तो जीवन में घृणा भी है - जीवन आनंद है - तो जीवन दुख भी है - जीवन सफलता है - जीवन संघर्ष भी है - जीवन स्वर्ग है - तो जीवन नर्क भी है - हमें मिला सबसे बड़ा वरदान है - "स्वतंत्रता" - अपनी इच्छा के अनुसार जीवन जीने की स्वतंत्रता - यह स्वतंत्रता एक बड़ी जिम्मेदारी लाती है - हम इस स्वतंत्रता से कैसे अपने जीवन को बदलते हैं - यह साइट पूरी तरह से स्वयं के रूपान्तरण के बारे में है -"आपमें जो भी से सर्वश्रेष्ठ गुण हैं , अन्वेषण करने के लिए -