आओ - तुम मेरे हृदय में समा जाओ तुम खोज रहे हो सत्य को - जो पोशीदा है मेरे सीने में , और वे तमाम असत्य भी , जिनको नकार कर , तुमने बेदखल कर दिया है , अपनी अक्ल से , आओ और जान लो ये भी - कि इस जगत में कुछ भी तो स्थिर नहीं , तुम्हारे या मेरे - उसके या इसके -, या किसी के भी सत्य - असत्य , कब मौका देखकर अपना रूप बदल लेते हैं, यही तो बस जान लेना है , पर मैं भी समझ पता हूँ - तुम्हारे भय-मोह को , जिस सत्य को तुम न जाने कब से ढोते ढोते ,थक चुकी हो , हालाँकि बखूबी तुम भी जानती हो , उस सत्य का राम नाम सत्य , कभी का हो चुका है , मगर तुम उसे ढो रही हो ,अपने सत्य के नाम पर , और खो रही हो - निरन्तर , प्रति पल उपलब्ध , इस जीवन्त छण को , जो तुम्हे दे सकता है - हर पल एक नया सत्य - चिर नूतन , यदि तुम आओ और समा जाओ मेरे हृदय में।
जीवन एक अवसर है - जीवन प्रेम है - जीवन घृणा है - जीवन आनंद है - जीवन दुख है - जीवन सफलता है - जीवन संघर्ष है - जीवन समृद्धि है - जीवन गरीबी है - जीवन स्वर्ग है - जीवन नर्क है - हमें मिला सबसे बड़ा वरदान है - "स्वतंत्रता" - अपनी इच्छा के अनुसार जीवन जीने की स्वतंत्रता - यह स्वतंत्रता एक बड़ी जिम्मेदारी लाती है - हम इस स्वतंत्रता से कैसे अपने जीवन को बदलते हैं - यह साइट पूरी तरह से स्वयं के रूपान्तरण के बारे में है -"आपमें जो भी से सर्वश्रेष्ठ गुण हैं , अन्वेषण करने के लिए -