बेताब हूँ मैं उसके लिये , मालूम है बखूबी उसको , फिर भी वो मुझको इतना सताती क्यों है ? दुनिया भर को बताती है , वो हाले दिल अपना , सिर्फ मुझसे ही इस बात को छुपाती क्यों है ? खुदबखुद झगडती है , मुझसे वो झगड़ालू झाड , पर मुझ ही पे ये इलज़ाम वो लगाती क्यों है ? चलो गर इलज़ाम लगाया मुझ पर वो भी ठीक, मगर फिर खुद को वो इतना रुलाती क्यों है ? माना कि नींद नहीं आती है रात भर उसको , पर मुझको फिर वो रात भर जगाती क्यों है ? तेवर उसके देखो यूँ कि जीतेगी ज़माने को , फिर किसी के आगे यूँ वो हार जाती क्यों है ?
जीवन एक अवसर है - जीवन प्रेम है - जीवन घृणा है - जीवन आनंद है - जीवन दुख है - जीवन सफलता है - जीवन संघर्ष है - जीवन समृद्धि है - जीवन गरीबी है - जीवन स्वर्ग है - जीवन नर्क है - हमें मिला सबसे बड़ा वरदान है - "स्वतंत्रता" - अपनी इच्छा के अनुसार जीवन जीने की स्वतंत्रता - यह स्वतंत्रता एक बड़ी जिम्मेदारी लाती है - हम इस स्वतंत्रता से कैसे अपने जीवन को बदलते हैं - यह साइट पूरी तरह से स्वयं के रूपान्तरण के बारे में है -"आपमें जो भी से सर्वश्रेष्ठ गुण हैं , अन्वेषण करने के लिए -